वेदान्त का अनुबन्ध चतुष्टय
!! वेदान्त-बोध !! प्रबोधक : अनन्तश्री स्वामी अखण्डानन्द सरस्वतीजी महाराज प्रथम खण्ड – अधिकारी निरूपण अध्याय 1 -> मनुष्य-जीवनमें मुमुक्षा दुर्लभ है अध्याय 2 -> मुमुक्षा को पूर्तिका उपाय – ब्रह्मविचार अध्याय 3 -> ब्रह्म विचार की सामग्री अध्याय 4 -> वेदान्त का अनुबन्ध चतुष्टय किसी भी ग्रन्थका तात्पर्य समझने के लिए उसके अनुबन्ध-चतुष्टयको जानना परम आवश्यक … Read more